Dr. R. Rao
Founder & President
हम जब भी किसी अच्छे कार्य को पूरी ईमानदारी, समर्पण व निःस्वार्थ सेवा से करते हैं तो आपको सर्वप्रथम एक विशेष प्रकार की अनुभूति होती है | यह सुखानुभूति या आत्म गौरव किसी प्रकार के धन या अन्य भौतिक माध्यमों से नहीं प्राप्त की जा सकती है| हमारी संस्था इसी सुखानुभूति और आत्म गौरव का लगातार अनुभव करने हेतु निर्धन, निर्बल, असहाय वृद्धों की निःस्वार्थ सेवा करने के उद्देश्य को लेकर आप सबके साथ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े उस व्यक्ति की सेवा के लिए सदैव तत्पर है, जिसके पास इलाज के लिये दवा लेने के लिये मात्र २० रुपये भी नहीं हैं |अगर हम उनकी मात्र इतनी छोटी सी मदद भी कर सकें तो इतना ही कार्य बड़ा पुण्यदायक होगा | धन से अधिक महत्व निःस्वार्थ समर्पित कार्यकर्ताओं का है | जब संस्था से जुड़े कार्यकर्ताओं की भावना ही पवित्र होगी तो साधन तो स्वतः प्राप्त हो जायेंगे | शेष आप अपने स्वःविवेक से स्वयं निर्णय लेकर हमारी समिति से जुड़ें |
‘‘सेवा हि परमो धर्मः’’ इस परम पुनीत वाक्य को आत्मसात् कर ही मैने इस समिति की नींव डाली है, आप सभी के सहयोग व आशीर्वाद से यह निरन्तर प्रगति पथ पर आरूढ़ है। समिति का प्रथम व अंतिम लक्ष्य मात्र असहाय रोगियों की निःशुल्क चिकित्सा सेवा करने हेतु यथा शक्ति प्रयत्नशील रहना है। मुझे केवल आपसे मात्र इतनी आकांक्षा है, कि आप तन, मन व धन से इस पवित्र कार्य में मेरा सहयोग एवं मेरा मार्गदर्शन करें।