आयुर्वेद में नारियल का महत्व - जानें

आयुर्वेद में नारियल फल का महत्व - जानें नारियल का महत्व हिंदू धार्मिक ग्रंथों में विशेष रूप से मिलता है। नारियल को श्रीफल भी कहते हैं। नारियल का प्रसाद चढ़ाने की प्रथा बहुत पुरानी है साथ ही यह शादी विवाह, पूजा पाठ व शुभ कार्यो में उपयोग होने के कारण इसे मांगलिक फल की संज्ञा दी गई है। यह प्रथा दक्षिण भारत में आर्थिक और सामाजिक जीवन में पूरी तरह से नारियल को समाहित करती है नारियल के पानी को दूध के समान ही पूर्ण आहार कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, एवं कैल्शियम के तत्व आदि पाए जाते हैं। नारियल फल के जल में निम्न रसायन तत्व पाए जाते हैं। प्रोटीन 59% ,ग्लूकोज 4.82%, क्लोराइड 86%, जल 91.28, प्रतिशत एवं शार्करा 1.1 आदि नारियल पानी में प्रति100ग्राम में सोडियम 105मिग्रा, पोटेशियम 250मिग्रा , कार्बोहाइड्रेट 3.7मिग्रा, फाइबर 1.5मिग्रा,शुगर 2.6मिग्रा, प्रोटीन.7ग्राम,वसा.2ग्राम,व कैलोरी 18ग्राम पाया जाता है।

नारियल के औषधिय गुण - 1.शिरा शूल में - नारियल के तेल में बादाम को महीन पीसकर उसका लेप लगाने से आराम मिलता है। 2. अम्ल पित्त में - नारियल का पानी 100 से 200 एम एल , दिन में दो बार लेने से आराम मिलता है। 3.नकसीर में - हरे नारियल का पानी व कच्ची गिरि का सेवन करने से आराम मिलता है। 4. चर्म विकार में - नारियल जटा का महीन चूर्ण सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से आराम मिलता है। 5. बाजीकरण में - नारियल की गिरि को मिश्री के साथ मिलकर उपर से दूध पीने से आराम मिलता है। 6. खुजली में - नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाने से खाज-खुजली में लाभ मिलता है। 7. स्म्रतिभ्रंश में- नारियल की गिरि, अखरोट की गिरि, बादाम की गिरि एवं मिश्री मिलाकर सेवन करने से याददाश्त बढ़ती है।

8. मुखपाक में - नारियल की सूखी गिरी के साथ मिश्री मिलाकर सेवन करने से आराम मिलता है। 9.दमा में - नारियल की जटा को जलाकर भस्म बना ले और शहद में मिलाकर दिन में दो से तीन बार लेने से आराम मिलता है। 10.आंत्रकृमि में - पिसा नारियल एक चम्मच की मात्रा में प्रातः नास्ते के समय लेने से लाभ मिलता है। 11.हिचकी में - नारियल का पानी पीने से हिचकी दूर हो जाती है। तथा उल्टी में आराम मिलता है। अधिक जानकारी के लिए डाक्टर आर.राव आयुर्वेदाचार्य से नि: शुल्क परामर्श लें। नोट- हृदय एवं किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को नारियल पानी का सेवन चिकित्सक की परामर्श से लें। . उच्च रक्तचाप वाले रोगी को भी नारियल पानी पीने से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें। क्यों कि नारियल पानी में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। धन्यवाद...

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