प्रमेंह रोग --
आज वर्तमान में यह प्रमेंह रोग प्रायः किशोरा अवस्था में अधिक देखा गया है । जिसका प्रमुख कारण अत्याधिक गरिष्ठ भोजन,अधिक मासांहार भोजन,शराब,व मादकपदार्थो का सेवन करना, तैलीय ,मसाले दार फास्ट फूड का अधिक सेवन से पेट में कब्ज बनी रहना,आदि कारणो से पाचन क्रिया में गड़बडी़ होने के कारण किडनी में क्षार की अधिकता से गुर्दा (किडनी प्रभावित ) हो जाने के कारण मूत्र विकार उत्तपन्न हो जाता है ,जिससे मूत्र त्यागने मे परेशानी उत्तपन्न होन,जैसे जलन होना आदि । इसी के साथ गरिष्ठ भोजन के कारण पेट में तनाव,भारीपन,कब्ज बनी रहने से पाचन क्रिया ठीक न होने के कारण मल त्याग करते समय मूत्र के साथ सफेद द्रव सा चिपचिपा पदार्थ निकलना,जलन होना, और कभी कभी मूत्र विसर्जित करते समय भी मूत्र के साथ दो - चार बूंद वीर्य के समान पदार्थ का निकलना जिसे रोगी (वीर्यसाव समझ कर डरना) धातुश्राव मान लेते है, जिसकेकारणमानसिकतनाव,अनिद्रा, चिड़चिडा़पन, नींद मे मूत्र मार्ग से द्रव पदार्थ का निकल जाना ही प्रमेंह रोग कहलाता है । प्रमेह एक प्रकार का मूत्र संक्रमण होता है । जो शरीर में गोनोरिया नामक जीवांणु के कारण प्रायः मूत्र मार्ग ( प्रजनन मार्ग ) को संक्रमित करता है। यह संक्रमण प्रायः महिला व पुरूष दोनो में अधिकांस्ता मूत्र विकार का प्रमुख कारण होता है ।
अयुर्वेद के अनुसार प्रमेह 20 प्रकार का होता है । जैसे वात प्रमेंह 6 प्रकार , पित्त्प्रमेह 4 प्रकार और कफ प्रमेह 10 प्रकार के होते है ।
प्रमेंह रोग के लक्षण-
* नीदं का अधिक लगना,
* चिड़चिडा़ पन बना रहना
* स्वपन दोष का बना रहना
* हाथ पैरो में जलन रहना
* पेशाब व मल त्याग के समय धातु का निकलना
* किसी भी कार्य में मन ना लगना आदि।
* मन नकारात्मक विचार आना
प्रमेंह रोग होने पर क्या खाऐ,क्या न खाऐं (पथ्य -अपथ्य)
* पथ्य :-
>p>* सर्व प्रथम हमें हल्का व सुपाच्य भोजन लेना चाहिऐं। जैसे- गेंहू या जौ की रोटी,मूंग दाल,लौकी तरोई,पालक,चौराई व हरी सब्जियां,पुराना चावल, गाय का दूध, सेंब,पपीता,खीरा ककडी़ गाजर,चुकन्दर,आदि।* अपथ्य :-
किशोरा अवस्था के बच्चे सर्व प्रथम अपने अन्दर की कुसंगतियो का त्याग करें,गरिष्ठ भोजन का त्याग करे,पानी ज्यादा पिऐं,फास्ट-फूढ मसालेदार ,तैलीय चटपटी व नशीले पदार्थो का सेवन न करें।कामोत्जक चलचित्र व साहित्य का अध्यन न करे ,प्रातः काल योगाभ्यास भी अवस्य करें ।
अयुर्वेद पद्धति द्बारा प्रमेह रोग पर नियंन्त्रण पाया जा सकता है ।जैसे -
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धन्यवाद...
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