आयुर्वेद मे फिटकरी के चमत्कारी औषधि गुण जाने

आयुर्वेद मे फिटकरी के चमत्कारी औषधि गुण --

फिटकरी का उपयोग हमारे भारत देश मे घरेलू उपयोग से लेकर चिकित्सा क्षेत्र में बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुआ है । फिटकरी एक रंग हीन क्रस्टलीय पदार्थ होता है । जिसका रासायनिक नाम पोटेशियम एलम होता है ।
जिसका रासायनिक सूत्र :

K2SO4Al2(So4)3 24H2O

फिटकरी मे एण्टीबैटीरियल गुण पाये जाने के कारण यह लगभग सभी घरो मे सामान्यता उपयोग मे लाया जाता है ।

औषधिय लाभ --

1. फिटकारी त्वचा रोग या त्वचा के दाग धब्बौ को हटान मे बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है ।

2. यदि शरीर मे पसीने की बदबू रहती हो तो पानी मे फिटकरी डालकर स्नान करने से आराम मिलता है ।

3. यदि महिला या पुरूष की मूत्र मार्ग पर जलन,खुजलाहट,या कोई संक्रमण हो तो फिटकरी पानी या फिटकरी भस्म को पानी मे डालकर धोने से आराम मिलता है ।

4.फिटकरी पावडर बनाने की विधि - सर्व प्रथम 100 ग्राम फिटकरी तवे पर रखिये। पिघल जाए तो उसे ठंडा कर लीजिए। उसे तवे से उतार कर कूट -पीस कर डिब्बी में डालकर रख लें। यह आपकी रामबाण दवाई है ।जो फेंफड़े के रोग मे, दमा ,गले का संक्रमण हो या दिल कमजोर हो, बलगम हो उसमे दी जा सकती है।

5. किसी के दांत में दर्द हो तो इससे कुल्ला करने से आराम मिलता है।

6. फिटकरी को किसी भी घाव पर लगाने से आराम मिलता है। योकि कि यह रक्त प्रवाह को रोक देता है ।
7. फिटकरी को पानी मे मिलाकर ,उसी पानी से नहाने से शरीर का संक्रमण दूर होता है।
8. सब्जियां फल आदि धोने के लिए यह एकमात्र ऐसा सेनिटाइजर है जिसका सेवन किया जा सकता है।
9. फेफडे़ के संक्रमण मे - एक चुटकी फिटकरी का भुना हुआ पाउडर लें। 1चम्मच शहद लें, पांच बूंद अदरक के रस की डालें और पीड़ित को चटा दें। एक खुराक सुबह व एक खुराक शाम। कुल दो दिन में चार खुराक से फेफड़े की तमाम समस्याओं में रामबाण औषधि है । इस औषधि से गम्भीर बीमारी रोगियों को बेड से उठाकर आराम दिलाया है, जब उनके फेफड़ें न्यूमोनिया और बलगम से सीज हो गए थे और डाक्टर ने जवाब दे दिया ,तो यह औषधि से बहुत आराम मिला था।
10. यदि मुंंख मे छाले पड़ गये हो या कोइ मुंख संक्रमण हो तो आप 1कप पानी मे थोड़ा सा फिटकरी पावडर डाल कर कुल्ला करते है ,जिससे बहुत आराम मिलता है।
ः 11. दाँत या मसूढ़ों से रक्त आता हो तो फिटकरी पावडर के साथ कड़वा तेल, और नमक मिलाकर हल्का सा समाज करने से बहुत आराम मिलता है।

12. फिटकरी से यदि हम प्रति दिन माउथ वास या कुल्ला करे तो मुखं मे किसी भी प्रकार के बैटीरियल संक्रमण को रोकने मे बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुआ है ।

इस प्रकार यह औषधि के रूप मे बहुत उपयोगी होती हैं।
अधिक जानकारी हेतु डा० राव समित के चिकित्सकोसे निः शुल्क परामर्श ले।

धन्यवाद ...

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